कंगाल पाकिस्तान के पास परमाणु बम हैं भी या अमेरिका ने उसे अपने कब्जे में ले रखा है। अगर हैं भी तो वो चलने की कैसी स्थिति में है? तमाम सवालों के बीच पाकिस्तान के परमाणु बम को किराये पर उठाने की खबरे भी सामने आने लगी। पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि नए रक्षा समझौते के तहत उनके देश का परमाणु कार्यक्रम जरूरत पड़ने पर सऊदी अरब को उपलब्ध कराया जाएगा। लेकिन पाकिस्तान के रक्षा मंत्री को बयान दिए चौबीस घंटे भी नहीं बीते थे कि मामला उल्टा पड़ता नजर आ रहा है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने पूरे मामले पर चुप्पी साध ली है। पूछे जाने पर पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय चुप है। दबाव डालने पर, प्रवक्ता शफ़क़त अली ख़ान ने कहा कि हमारा सिद्धांत एक आंतरिक मामला है। हम किसी के साथ समन्वय नहीं करते।
पाकिस्तानी अखबार डॉन की तरफ से जब विदेश मंत्रालय की ब्रीफिंग में पूछा गया कि क्या आप यह बताना चाहेंगे कि क्या हमारी परमाणु नीति या परमाणु सिद्धांत भारत-विशिष्ट है और मेरा मानना है कि यह सिद्धांत एक जीवंत दस्तावेज़ है, तो क्या हम इसकी नियमित समीक्षा करते हैं और संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे संबंधित हितधारकों के साथ अपनी स्थिति का समन्वय भी करते हैं?