इजरायल ने को कतर की राजधानी दोहा में हमास के नेतृत्व को निशाना बनाकर हवाई हमला किया। अधिकारियों के अनुसार, यह हमास के खिलाफ इजरायल की कार्रवाई को और तेज कर रहा है, जबकि गाजा में युद्ध समाप्त करने की बातचीत ठप पड़ गई है और नई सैन्य कार्रवाई की है। कतर प्रशासन ने हमले की पुष्टि की, लेकिन किसी के घायल होने की जानकारी सामने नहीं आई। यह लगभग दो वर्षों में कतर पर दूसरा बड़ा हमला है। पहला हमला तब हुआ था जब ईरान ने अल-उदीद एयर बेस पर हमला किया था, जहां अमेरिका का मध्य-पूर्व मुख्यालय स्थित है।
इजरायल के इस बड़े अटैक से अमेरिका भी सकते में नजर आ रहा है। कतर स्थित अमेरिकी दूतावास ने कहा कि उसने अपने प्रतिष्ठानों के लिए ‘आश्रय-स्थल आदेश’ जारी कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा कि वह हमास को संभावित युद्धविराम के संबंध में अपनी अंतिम चेतावनी दे रहे हैं, क्योंकि अमेरिका ने एक नया प्रस्ताव रखा है जिसके बारे में अरब अधिकारियों ने कहा कि इसमें सभी बंधकों की तत्काल रिहाई शामिल है।
इजरायल की सेना ने गाजा सिटी को पूरी तरह खाली करने को कहा। मौजूदा संघर्ष के दौर में शहर को पूरी तरह से खाली करने की यह पहली चेतावनी है। सेना ने कहा कि नॉर्थ गाजा में उसका अभियान और तेज होने वाला है। कतर ने दोहा स्थित हमास के राजनीतिक मुख्यालय पर हुए कायराना इज़राइली हमले की निंदा की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद अल-अंसारी ने इसे सभी अंतरराष्ट्रीय कानूनों और मानदंडों का घोर उल्लंघन बताया।
सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कतर के शासक के साथ फोन पर बातचीत में इस हमले को ‘‘आपराधिक कृत्य और अंतरराष्ट्रीय कानून का घोर उल्लंघन बताया। कतर का विशाल अल-उदैद एयरबेस 12 दिनों तक चले ईरान-इजराइल युद्ध के दौरान ईरानी हमले की चपेट में आ गया था। इस एयरबेस पर अमेरिकी सेना का पश्चिम एशिया स्थित सेंट्रल कमांड का अग्रिम मुख्यालय स्थित है। इस युद्ध में अमेरिकी बमवर्षक विमानों ने ईरानी परमाणु स्थलों पर हमला किया था।