नेपाल में भ्रष्टाचार के खिलाफ उठी जेन-जी की लहर के बाद अब फिलीपींस में भी जनता सरकार के खिलाफ सड़कों पर है। राजधानी मनीला में हजारों लोगों ने जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों के हाथों में फिलीपींस के झंडे और बैनर थे- नो मोर, टू मच, जेल देम (अब और नही उन्हें जेल भेजों)। हफ़्तों से जारी भारी मानसूनी बारिश ने फ़िलीपींस के अधिकांश हिस्सों में बाढ़ ला दी है। इन सब के बीच भ्रष्टाचार तथा धनी लोगों की दिखावटी जीवनशैली के प्रति जनता में गहरा रोष व्याप्त कर दिया है। इस रोष के केंद्र में नेपो किड हैं। जो बाढ़ नियंत्रण प्रणालियों के विफल होने के बावजूद अपनी संपत्ति का प्रदर्शन करते हैं।
जेन-जी का गुस्सा सिर्फ घोटाले पर ही नहीं बल्कि ‘नेपो बेबीज’ यानी भ्रष्ट नेताओं और ठेकेदारों की संतानों को लेकर भी है, जो सोशल मीडिया पर अपनी ऐशो-आराम भरी जिंदगी दिखाती हैं। पिछले कई साल से बाढ़ से जूझ रहे लोगों का गुस्सा है कि हमारा टैक्स लक्जरी कारों पर फूट पड़ा। प्रदर्शनकारियों का कहना विदेशी यात्राओं पर बहा दिया। इस घोटाले का खुलासा तब हुआ, जब फिलीपींस के अरबपति कंस्ट्रक्शन कारोबारी दंपती पैसिफिको और सारा डिसकाया ने सीनेट के सामना अपनी गवाही में बताया कि बाढ़ नियंत्रण प्रोजेक्ट के ठेके लेने के लिए उन्हें सांसदों और लोक निर्माण विभाग के कई अधिकारियों को 25% तक कमीशन देना पड़ा।